Wednesday, March 19, 2025
HomeBBN-EXCLUSIVEदिल्ली : क्या केजरीवाल के लिए ‘यम’ बनने जा रही यमुना ?

दिल्ली : क्या केजरीवाल के लिए ‘यम’ बनने जा रही यमुना ?

Share:

भाजपा-कांग्रेस का दोहरा प्रहार केजरीवाल के लिए बना आप-दा ?

यमुना की सफाई पर केजरीवाल की सफाई ही बनेगी गले का फंदा ?

अहमदाबाद, 31 जनवरी : देश में इस समय पौराणिक दृष्टि से सर्वाधिक महत्वपूर्ण, पवित्र व पूजनीय मानी जाने वाली गंगा व यमुना; दोनों नदियाँ बहुत ही चर्चा में हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के कारण जहाँ गंगा-यमुना तथा अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम की ओर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, वहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव ने दिल्ली में गंदे नाले की भाँति बह रही यमुना नदी को चर्चा में ला दिया है।

दिल्ली से गुजरने वाली यमुना नदी बीते दो दशकों से राजनीतिक अखाड़े का केन्द्र बनी हुई है और इसी यमुना की गंदगी तथा सफाई को बड़ा मुद्दा बना कर आम आदमी पार्टी (एएपी-आआपा) दिल्ली की सत्ता में आई थी। अब जबकि आआपा संयोजक अरविंद केजरीवाल को अपने 11-12 वर्षों के मुख्यमंत्रित्व काल के बाद भी यमुना की सफाई पर सफाई देनी पड़ रही है, तब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा-बीजेपी) एवं कांग्रेस द्वारा उसी यमुना को लेकर दोहरा प्रहार किए जाने से प्रश्न उठ रहा है कि कहीं यमुना के नाम पर सत्ता की वैतरणी पार करने वाले केजरीवाल के लिए वही यमुना ‘राजनीतिक यम’ बनने जा रही है ? भाजपा-कांग्रेस के डबल अटैक के चलते केजरीवाल के लिए यमुना अब आप-दा बनने जा रही है ?

केजरीवाल ने वर्ष 2013 में राजनीति में प्रवेश करते समय जहाँ भ्रष्टाचार जैसे राष्ट्रीय मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था, वहीं दिल्ली की राजनीति में उठाए गए प्रमुख मुद्दों में यमुना की सफाई उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक थी; परंतु आज 12 वर्षों के बाद तीसरी बार हो रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भी यमुना की सफाई का मुद्दा बना हुआ है।

यद्यपि केजरीवाल ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि दिल्ली की सफाई का वादा पिछले 10 वर्षों में वे पूरा नहीं कर पाए हैं, लेकिन अगले पाँच वर्ष में ये काम कर देंगे। अब जनता तय करे कि उन्हें यह अवसर दिया जाए या नहीं ?

राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए, तो केजरीवाल का यह स्पष्टीकरण ही उनके गले का फंदा बन सकता है; क्योंकि दिल्ली की जनता जहाँ एक ओर यमुना की दुर्दशा से कई वर्षों से परेशान हैं, तो दूसरी ओर भाजपा व कांग्रेस; दोनों मिल कर केजरीवाल पर झूठा वादा करने का आरोप लगाते हुए स्वयं वादा कर रही हैं कि यदि उनकी सरकार बनी, तो वे यमुना की सफाई का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ करेंगे।

इतना ही नहीं; भाजपा-कांग्रेस के नेताओं का यमुना नदी की गंदगी को लगातार मुद्दा बनाए रखना और स्वयं केजरीवाल का भी यमुना के मुद्दे पर हरियाणा की भाजपा सरकार को घेरना केजरीवाल के लिए ही उल्टा बाण सिद्ध हो सकता है। यदि दिल्ली की जनता के मन में यमुना और केजरीवाल के वादे में खोखलेपन के मुद्दे ने घर कर लिया, तो केजरीवाल के लिए यमुना ‘राजनीति यम’ सिद्ध हो सकती है।

Bhavy Bhaarat News
Bhavy Bhaarat News
भव्य भारत न्यूज़’ प्राचीतनम् भारत के महान वैभव एवं गौरव को आधुनिकतम् युग में जन-जन तक पहुँचाने का महायज्ञ, महाप्रयोग, महाप्रयास तथा महाभियान है। ‘भव्य भारत न्यूज़’ की ‘राष्ट्र – धर्म सर्वोपरि’ की मूल भावना में ‘विश्व कल्याण’ की विराट भावना भी समाहित है। इस मंच से हम ‘भारत’ को ‘भारत’ के ‘अर्थ’ से अवगत कराने का सकारात्मक, सारगर्भित एवं स्वानुभूत प्रयास करेंगे। ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ तथा राष्ट्र को ही परम् धर्म के रूप में स्वीकार करते हुए कोटि-कोटि भारतवासियों व भारतवंशियों तक आधुनिक विज्ञान के माध्यम से प्राचीनतम्, परंतु आधुनिक-वैज्ञानिक व अनुभूतिपूर्ण ज्ञान परंपरा का जन-जन में प्रचार-प्रसार करना ही हमारा उद्देश्य है।
RELATED ARTICLES

Recent Post

Categories

Stay Connected

Popular Searches

- Vadnagar development"गुजरात डिजिटल पहल""ग्रामीण इंटरनेट कनेक्टिविटी""ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट""फाइबर टू द होम""स्मार्ट होम्स""हर घर कनेक्टिविटी"“SHC યોજના હેઠળ તેમને માત્ર જરૂરી ખાતરોનો મર્યાદિત માત્રામાં ઉપયોગ કરવાની ભલામણ કરવામાં આવી હતી000 કરોડ રોકાણ000 જેટલા નમુનાઓનું પૃથ્થકરણ પૂર્ણ થઇ ગયેલ છે. ઉપરાંત રવિ-2025 સીઝનમાં 2000 જેટલા માટીના નમૂનાઓનું પરીક્ષણ કરવા માટે સજ્જ છે. સોઇલ હેલ્થ કાર્ડ યોજના ખેડૂતોને તેમની જમીનને અસરકારક રીતે સમજવા અને તેમાં સુધારો કરવામાં000 નમૂનાઓનું પરીક્ષણ કરવાનો છે. ગુજરાત સરકાર પણ આ લક્ષ્યાંકને સમયસર હાંસલ કરવા માટે પ્રતિબદ્ધ છે000-1112 lakh tax free181 Abhayam2025 बजट215 નમૂનાઓ રાજ્ય સરકાર દ્વારા એકત્રિત કરી લેવામાં આવ્યા છે જે પૈકી 3286 નમૂનાઓનું વિશ્લેષણ કરવામાં આવ્યું હતું. વર્ષ 2024-25માં SHC યોજના હેઠળ ગુજરાત માટે ભારત સરકારનો ખરીફ ઋતુ માટેનો લક્ષ્યાંક 335