
कोरोना संकट के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का राष्ट्र के नाम 5वाँ संदेश
विश्लेषण : कन्हैया कोष्टी
अहमदाबाद (12 मई, 2020)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कोरोना संकट के बाद आज 12 मई मंगलवार रात 8.00 बजे पुन: एक बार सरकारी प्रसारण सेवा दूरदर्शन पर राष्ट्र के नाम संबोधित करेंगे। जब से देश पर कोरोना संकट छाया है, तब से प्रधानमंत्री का तीन महीने के भीतर ही यह पाँचवाँ राष्ट्र के नाम संबोधन होगा। ऐसे मे जबकि मोदी के संबोधन को लेकर चहुँओर लॉकडाउन क 17 मई से आगे बढ़ाने एवं ‘जान भी जहान भी’ के नारे पर चर्चा हो रही है, तब चौंकाने के लिए प्रसिद्ध नरेन्द्र मोदी यदि आज रात अपने संबोधन में 136 करोड़ लोगों को कोई सरप्राइज़ भी दे दें, तो आश्चर्य नहीं होगा।
मोदी ने राष्ट्र के नाम पिछला संदेश गत 13 अप्रैल को दिया था और देश में कोरोना से निपटने के लिए लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की थी। इसे लॉकडाउन 2.0 कहा गया था। मोदी ने पहली बार 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की थी, जो 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लागू किया गया था। प्रधानमंत्री ने 13 अप्रैल को लॉकडाउन 1.0 की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी थी, परंतु लॉकडाउन 3.0 की घोषणा मोदी ने नहीं की। 4 मई से 17 मई तक के लॉकडाउन की घोषणा गृह मंत्रालय (MHA) की ओर से की गई।
इस प्रकार मोदी 13 अप्रैल सुबह 10.00 के बाद आज यानी पूरे 706 घण्टे बाद फिर एक बार दूरदर्शन पर राष्ट्र के नाम संबोधित करने वाले हैं। कोरोना संकट के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार 19 मार्च, दूसरी बार 24 मार्च एवं तीसरी बार 13 अप्रैल को राष्ट्र को संदेश दिया था। लोग आशा लगाए बैठे थे कि लॉकडाउन 2.0 की अवधि पूर्ण होने से पूर्व यानी 3 मई से पूर्व पीएम राष्ट्र को पुन: संबोधित करेंगे, परंतु मोदी ने टीवी पर दोबारा आने में पूरे 706 घण्टे का समय लिया।
कोरोना संकट के बाद प्राय: देखा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की देश की 136 करोड़ जनता को प्रतीक्षा रहती है। ऐसे में मोदी के आज के संदेश को लेकर भी चारों ओर एक ही चर्चा है कि प्रधानमंत्री देश में लॉकडाउन 4.0 की घोषणा करेंगे। सूत्रों का कहना है कि इस बार यानी लॉकडाउन 4.0 में मोदी के ‘जान भी, जहान भी’ मंत्र को कारगर दिशा देने का प्रयास होगा, जिसके अंतर्गत रेड ज़ोन व ऑरेंज ज़ोन में 17 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रहेगा, परंतु ग्रीन ज़ोन संभवत: लॉकडाउन मुक्त हो जाएगा।
यह तो हुई लॉकडाउन की ज़ोनवार समीक्षा, परंतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज के अपने संबोधन में देश के 136 करोड़ लोगों को प्रभावित व हर्षित करने वाला कोई समाचार या सरप्राइज़ भी दे सकते हैं। यह सरप्राइज़ कुछ भी हो सकता है। संभव है कि प्रधानमंत्री कोई ऐसा निर्णय घोषित करें, जिससे निराशावाद के घोर अंधकार में डूबे 136 करोड़ लोगों में आशा की नई किरण जाग जाए। हो सकता है कि मोदी 1 करोड़ मज़दूरों के घावों पर मरहम लगाने वाला कोई निर्णय घोषित करें। लॉकडाउन से प्रभावित उद्योग-धंधे-रोज़गार के क्षेत्र के लिए भी पीएम मोदी कोई विशेष पैकेज की घोषणा कर सकते हैं। एक संभावना यह भी है कि कोरोना संकट व लॉकडाउन से सर्वाधिक प्रभावित ग़रीब जनता की झोली में प्रधानमंत्री मोदी किसी घोषणा से कोई बहुत बड़ी ख़ुशी डाल दें।