गुजरात के अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में बिछाई गई 6,000 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन
राज्य के अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्र में 68,000 से अधिक घरों को मिला नल से जल कनेक्शन
अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्र में नल से जल परियोजना के लिए राज्य सरकार ने खर्च किए ₹412 करोड़
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हर घर जल संकल्प में गुजरात का बड़ा योगदान
गांधीनगर, 29 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। अब ग्रामीण भारत में 172 लाख से अधिक अनुसूचित जाति (अजा/एससी) घरों में नल के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो चुका है। यह उपलब्धि जल को प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार और आवश्यक संसाधन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसकी जानकारी लोकसभा में केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने साझा की।
देश के अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में 80 प्रतिशत ग्रामीण घरों को मिला नल जल कनेक्शन
उल्लेखनीय है कि, अगस्त 2019 से, भारत सरकार राज्यों के सहयोग से जल जीवन मिशन (जेजेएम) लागू है, जिसमें पूर्व के राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (एनआरडीडब्ल्यूपी) को भी समाहित किया गया है। इस मिशन का लक्ष्य हर ग्रामीण परिवार, विशेषकर अनुसूचित जाति (अजा) परिवारों, को प्रति व्यक्ति 55 लीटर प्रतिदिन (एलपीसीडी) बीआईएस:10500 गुणवत्ता वाला स्वच्छ पेयजल कार्यशील नल कनेक्शन के माध्यम से उपलब्ध कराना है। अजा बहुल गांवों को प्राथमिकता देने के लिए जेजेएम फंड आवंटन में 10 प्रतिशत वेटेज दिया गया है।
केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्ना के अनुसार, 17 मार्च 2025 तक देश के अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्रों के 215 लाख से अधिक ग्रामीण घरों में से 172 लाख से अधिक (80.12 प्रतिशत) घरों को नल जल कनेक्शन मिल चुका है। आपको बता दें कि गुजरात भी देश के उन चुनिंदा राज्यों की सूची में शामिल है जिसने अपने अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में 100 प्रतिशत नल से जल कवरेज हासिल कर लिया है।
गुजरात ने अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्र में 412 करोड़ की लागत से 6,000 किमी. लंबी पाइपलाइन बिछाई
माननीय मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार ने राज्य के अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्र में 100 प्रतिशत नल से जल आपूर्ति का लक्ष्य हासिल करने के लिए जल जीवन मिशन के तहत ने 412 करोड़ रुपये खर्च कर 6,000 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई, जिससे राज्य के 68,000 से अधिक अजा ग्रामीण घरों को नल से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हुआ है।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि में राज्य सरकार के जल वितरण विभाग की संस्था वास्मो (वॉटर एण्ड सैनिटेशन मैनेजमेन्ट ऑर्गनाइजेशन) की भी अहम भूमिका रही है। वास्मो ग्रामीण जल समितियों के साथ मिलकर आंतरिक जल आपूर्ति योजनाएँ तैयार करता है, ताकि अजा समुदाय के प्रत्येक घर को नल कनेक्शन सुनिश्चित किया जा सके।
गुजरात सरकार की संवेदनशील पहल, 10 प्रतिशत सामुदायिक अंश योगदान को किया माफ
राज्य के अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में 100 प्रतिशत नल से जल आपूर्ति का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए गुजरात सरकार ने संवेदनशील पहल करते हुए, परियोजना की कुल लागत में शामिल 10 प्रतिशत सामुदायिक अंश (कम्युनिटी कॉस्ट कॉन्ट्रीब्यूशन) को माफ कर दिया। इस खर्च को पूरी तरह से राज्य सरकार ने वहन किया, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों पर कोई अतिरिक्त बोझ न आए और वे स्वच्छ जल सुविधा का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकें।
जल जीवन मिशन से ग्रामीण भारत में जल समानता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत सार्वभौमिक जल आपूर्ति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस संदर्भ में, जल जीवन मिशन के तहत अजा परिवारों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना न केवल बुनियादी सुविधाओं का विस्तार है, बल्कि सामाजिक समानता और ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
इसी तरह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार हाशिए पर मौजूद समुदायों के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दे रही है। राज्य के अजा बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में 100 प्रतिशत नल से जल आपूर्ति सुनिश्चित करना, इसी प्रतिबद्धता का एक सशक्त उदाहरण है, जो समावेशी विकास और बेहतर जीवन गुणवत्ता की ओर राज्य के संकल्प को दर्शाता है।