अहमदाबाद, 11 जनवरी : मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को ‘अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2025’ के शुभारंभ अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तरायण के इस त्योहार को ‘अंतरराष्ट्रीय पतंगोत्सव’ के रूप में विश्वभर में ख्याति दिलाई है।
इतना ही नहीं; प्रधानमंत्री ने पतंगों के इस पर्व को आधुनिक आयाम दिए और साथ ही साथ पर्यटन के साथ भी इस उत्सव को जोड़ा है। इस प्रकार; यह पतंगोत्सव गुजरात की वैश्विक पहचान बन गया है।
इस अवसर पर श्री पटेल ने शनिवार को अहमदाबाद से तिरंगे बलून को आकाश में उड़ाकर ‘अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2025’ का शानदार शुभारंभ कराया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि हर वर्ष देश एवं दुनिया के एम्बेसेडर्स इस पतंग महोत्सव को देखने के लिए गुजरात आते हैं। इस वर्ष कुल लगभग 11 देशों के एम्बेसेडर गुजरात आए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को पतंगोत्सव में आने वाले पर्यटकों से बहुत बड़ा वेग मिला है। इस उत्सव के दौरान फूड स्टॉल तथा क्राफ्ट स्टॉल धारकों को लाखों रुपए की आय होती है। इतना ही नहीं; इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल में गत वर्ष साढ़े पाँच लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे।
अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव से हुए गुजरात के पर्यटन विकास एवं गुजरात के पतंग उद्योग की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरातियों के पतंग प्रेम के कारण सर्वाधिक पतंग बनाने वाले राज्य के रूप में विश्व में गुजरात को पहचान मिली है। अहमदाबाद, नडियाद, खंभात तथा सूरत काइट मैन्युफैक्चरिंग के हब बने हैं।
इतना ही नहीं; आज देश के पतंग बाजार में 65 प्रतिशत हिस्सा गुजरात का है। गुजरात से हर वर्ष पतंगें अमेरिका, यूके, कनाडा जैसे देशों में एक्सपोर्ट होती हैं।




उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में भारत को विकसित राष्ट्र बनाना प्रधानमंत्री का लक्ष्य है। ऐसे में इस लक्ष्य को साकार करने के लिए गुजरात की ‘विकास पतंग’ को पर्यावरण एवं प्रकृति के साथ तालमेल साधकर ‘विकास विश्व’ में ऊँची उड़ान भरवानी है।
मुख्यमंत्री ने उत्तरायण पर्व की चर्चा करते हुए कहा कि उत्तरायण उत्सव दान एवं धर्म तथा सूर्य नारायण की उपासना का पर्व है। इतना ही नहीं; दान-महिमा की परंपरा के साथ मनाए जाने वाले इस पर्व में पर्यावरण के प्रति संवेदना समाई हुई है। उन्होंने राज्य के प्रत्येक नागरिक से अपील की कि जीवमात्र की रक्षा के लिए संवेदना दर्शाकर इस पर्व को सुरक्षित रूप से मनाना चाहिए और पतंग उड़ाने में भी बहुत ही सावधानी रखनी चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तरायण व मकर संक्रांति के पर्व की सभी को शुभकामनाएँ दीं।
अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में स्वागत संबोधन करते हुए पर्यटन मंत्री श्री मुळुभाई बेरा ने कहा कि उत्तरायण सूर्य की उपासना का अवसर है। इतना ही नहीं; प्रकृति एवं प्रगति का संदेश भी यह पर्व देता है। हमारा देश उत्सवों का देश है और भारत में अनेक उत्सव मनाए जाते हैं। गुजरात राज्य में हर वर्ष आयोजित होने वाला यह पतंग महोत्सव सबको विकास की दिशा में उड़ने की प्रेरणा देता है। इतना ही नहीं; गरीब परिवारों के लिए आर्थिक आधार का केन्द्र भी यह पतंग महोत्सव बना है।
श्री बेरा ने अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2025 का विस्तृत विवरण देते हुए कहा कि इस वर्ष 11 जनवरी से 14 जनवरी, 2025 के दौरान गुजरात पर्यटन निगम लिमिटेड (टीसीजीएल) द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2025’ का आयोजन किया गया है। इसके अतिरिक्त; 12 जनवरी, 2025 को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (एकतानगर), राजकोट व वडोदरा में तथा 13 जनवरी, 2025 को सूरत, शिवराजपुर, धोरडो में भी ‘अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2025’ का आयोजन किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में 47 देशों से 143 पतंगबाज तथा भारत के अन्य 11 राज्यों से लगभग 52 पतंगबाज भाग ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त; गुजरात राज्य से भी लगभग 11 शहरों से अनुमानित 417 पतंगबाज भाग ले रहे हैं। इनमें 55 देशों के 153 अंतरराष्ट्रीय पतंगबाज, 12 राज्यों के 68 राष्ट्रीय पतंगबाज, गुजरात के 23 शहरों के 865 पतंगबाज शामिल हैं।
इस अवसर पर ऋषि कुमारों द्वारा आदित्य स्तुति वंदना की प्रस्तुति की गई। मुख्यमंत्री व अन्य महानुभावों ने विश्व के विभिन्न देशों तथा भारत के विभिन्न राज्यों के पतंगबाजों की परेड का अभिवादन स्वीकार किया। इसके अतिरिक्त; उत्तरायण पर्व को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2025 के शुभारंभ अवसर पर अहमदाबाद की महापौर श्रीमती प्रतिभाबेन जैन, राज्यसभा सांसद श्री नरहरिभाई अमीन, अहमदाबाद पूर्व के सांसद श्री हसमुखभाई पटेल, स्थानीय विधायक, अहमदाबाद जिला कलेक्टर सुश्री प्रवीणा डी. के., पर्यटन विभाग के सचिव श्री राजेन्द्र कुमार, पर्यटन विभाग की आयुक्त एवं टीसीजीएल की प्रबंध निदेशक श्रीमती एस. छाकछुआक, गुजरात व देश-विदेश से आमंत्रित अतिथि, पतंगबाज, दूतावास प्रतिनिधि, अहमदाबाद मनपा के पदाधिकारी, पार्षद एवं अन्य महानुभाव उपस्थित रहे।
यहाँ उल्लेखनीय है कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2025 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बेलारूस, बेल्जियम, भूटान, ब्राजील, बल्गारिया, कंबोडिया, कनाडा, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, डेनमार्क, मिस्र, एस्टोनिया, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, इंडोनेशिया, आयर्लैंड, इटली, इजराइल, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, लेबनॉन, लिथुं आनिया, माल्टा, मेक्सिको, नीदरलैंड, फिलीपींस, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, रशियन फेडरेशन, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, स्पेन, स्विट्जरलैंड, टर्की, यूक्रेन, यूनाइटेड किंगडम, यूनाइटेड स्टेट, वियतनाम के पतंगबाज भाग ले रहे हैं।