अदाणी फाउंडेशन व सूर्य घर योजना बने वरदान
गाँव के लोग केवल 8 हजार रुपए में बनेंगे मुफ्त बिजली के मालिक
मुंद्रा (कच्छ), 16 जनवरी 2024: कच्छ जिले में ध्रब व भोपावांढ शीघ्र ही प्रथम सौर ऊर्जा गाँवों के रूप में उभरेंगे। मेहसाणा जिले का मोढेरा गुजरात का पहला पूर्ण सौर गाँव बना था और उसके बाद सीमावर्ती बनासकाँठा का मसाली दूसरा पूर्ण सौर गाँव बना था। अब कच्छ की मुंद्रा तहसील के ध्रब व भोपावांढ बनने जा रहे हैं गुजरात के तीसरे पूर्ण सौर गाँव।
यह चमत्कार होने वाला है अदाणी फाउंडेशन तथा पीएम सूर्य घर योजना के जरिये, जिसके कारण गाँव के लोगों को केवल 8000 रुपए के खर्च से अपने घर पर सोलर रूफटॉप सिस्टम उपलब्ध होगा और उनका बिजली बिल शून्य हो जाएगा।
ध्रब और भोपावांढ गांवों में सूर्य घर योजना के तहत सोलर रूफटॉप परियोजना का गुरुवार को शुभारंभ कच्छ जिला कलेक्टर अमित अरोड़ा ने किया। इस अवसर पर मुंद्रा-मांडवी के विधायक अनिरुद्ध दवे तथा एस.डी.एम. भागीरथ झाला तथा तहसील विकास अधिकारी अनिल त्रिवेदी उपस्थित रहे।

अदाणी फाउंडेशन के सहयोग और गुजरात सरकार की सब्सिडी से दोनों गांवों में सौर ऊर्जा से प्रति वर्ष 2 करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी। इस योजना के माध्यम से दोनों गांवों में 750 से अधिक घरों में रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए जाएंगे तथा 1000 से अधिक परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा और प्रति परिवार लगभग 25 से 30 हजार रुपये की वार्षिक बचत होगी।
कच्छ के जिला कलेक्टर श्री अमित अरोड़ा ने इस योजना के बारे में कहा कि सभी को इस रूफटॉप सोलर में सहयोग करना चाहिए। यह सोलर एनर्जी या ग्रीन एनर्जी का दौर चल रहा है। यह सच है कि कच्छ के निवासियों को अन्य जिलों की तुलना में यहां की भौगोलिक परिस्थित के कारण इसका सबसे अधिक लाभ मिलेगा। अत: सभी ग्रामवासियों को इसका लाभ उठाना चाहिए। इसके लिए सभी सरपंचों, नेता और ग्रामवासियों का आह्वान किया गया कि वे सुनिश्चित करें कि गांव का एक भी घर अछूता न रहे।
ध्रब और भोपावांढ गांव में 2.3 किलोवाट के सोलर सिस्टम लगाए जाएंगे, जबकि अदाणी फाउंडेशन इस योजना से लाभान्वित होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को प्रति कनेक्शन 42000 रुपए की मदद करेगा। लाभान्वित ग्रामीण को केवल 8000 रुपए देने होंगे, जबकि उन्हें 62,520 रुपए की सब्सिडी मिलेगी। गुजरात सरकार ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी है, जिससे ध्रब व भोपावांढ गुजरात के तीसरा सबसे बड़े सौर ऊर्जा गांव बन जाएंगे।
अदाणी फाउंडेशन की (सी.एस.आर.) पंक्तिबेन शाह ने कहा कि इन दोनों गांवों को अदाणी फाउंडेशन ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लिया है। उन्होंने अनुरोध किया कि इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता दी जाए और इस परियोजना से पूरे गांव को लाभ मिलेगा।
कच्छ की भौगोलिक स्थिति के आधार पर, संभावना है कि अतिरिक्त इकाई से प्रति वर्ष लगभग 15 से 20 हजार की आय हो सकती है। अब तक 150 से अधिक दस्तावेज पंजीकृत किए जा चुके हैं और कच्छ जिले के इन दो गांवों को सबसे पहले यह सुविधा मिलेगी। गुजरात में पूर्ण सौर गांव में सूर्य घर योजना अंतर्गत गुजरात के मोढेरा और मसाली गांव शामिल हैं। गुजरात के बनासकांठा जिले के मसाली गांव और मेहसाणा जिले के मोढेरा के बाद अब कच्छ जिले के ध्रब और भोपावांढ को पूर्ण सौर गांव के रूप में शामिल किया जाएगा।
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