8 से 10 अप्रैल के दौरान नारी शक्ति के प्रतीक अंबाजी में 550 महिला तीरंदाज लगाएंगी निशाना
तीरंदाजी के रिकर्व और कंपाउंड इवेंट में विजेताओं को कुल 41,52,000 रुपए के नकद पुरस्कार से नवाजा जाएगा
एसएजी द्वारा भारतीय तीरंदाजी संघ के सहयोग से राष्ट्रीय रैंकिंग महिला तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन
गांधीनगर, 07 अप्रैल : भारत में खेलों को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई ‘खेलो इंडिया गेम्स’ पहल ने काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस पहल के तहत गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित शक्ति, भक्ति और आस्था के संगम यानी शक्तिपीठ अंबाजी की पावन भूमि में पहली बार एनटीपीसी खेलो इंडिया राष्ट्रीय रैंकिंग महिला तीरंदाजी टूर्नामेंट का आयोजन होने जा रहा है। चैत्र नवरात्रि के समापन के बाद 8 से 10 अप्रैल, 2025 के दौरान आदिशक्ति मां अंबा के शहर अंबाजी में आयोजित ‘आदिशक्ति – राष्ट्रीय महिला तीरंदाजी प्रतियोगिता’ में 28 राज्यों और 8 केंद्रशासित प्रदेशों की लगभग 550 महिलाएं हिस्सा लेंगी।
भगवान बिरसा मुंडा के 150वें जयंती वर्ष के अवसर पर राष्ट्रीय महिला तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व और मार्गदर्शन में बनासकांठा जिले की दांता तहसील में स्थित यात्राधाम अंबाजी में गुजरात खेल प्राधिकरण (एसएजी), गुजरात पर्यटन निगम लिमिटेड (टीसीजीएल) और भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) की ओर से राष्ट्रीय महिला तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। ‘संकल्प की शक्ति से सफलता के शिखर पर’ ध्येय वाक्य के साथ देश भर की महिला खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने इस तीरंदाजी प्रतियोगिता के उद्घाटन के साथ ही भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने का निर्णय किया है।

विजेता खिलाड़ियों को 41,52,000 रुपए के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी से त्रयोदशी तक आयोजित ‘आदिशक्ति – राष्ट्रीय महिला तीरंदाजी प्रतियोगिता’ में लगभग 550 महिला खिलाड़ी हिस्सा लेंगी। अंबाजी के जीएमडीसी मैदान में 8 अप्रैल को उद्घाटन समारोह और क्वालिफिकेशन राउंड, 9 अप्रैल को शीर्ष 16 के लिए नॉकआउट राउंड, आरती और लाइट एंड साउंड शो तथा 10 अप्रैल को मैडल मैच और पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित होगा।
रिकर्व (पारंपरिक धनुष) और कंपाउंड (अत्याधुनिक धनुष), दोनों इवेंट में विजेता खिलाड़ियों को 41,52,000 रुपए के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक स्थानीय कलाकारों द्वारा माताजी की स्तुति एवं अर्चना की प्रस्तुति भी आकर्षण का केंद्र बनेगी। उल्लेखनीय है कि गुजरात खेल प्राधिकरण हर साल भारतीय तीरंदाजी संघ के सहयोग से इस इवेंट का आयोजन करेगा, जिससे न केवल राज्य में खेल संस्कृति को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि गुजरात ‘स्पोर्ट्स हब’ के रूप में भी उभरकर सामने आएगा।