सुरक्षा सेतु सोसाइटी से गुजरात की महिलाएं बनी सशक्त, 2024-25 में 98,852 महिलाओं को दिया गया आत्मरक्षा का प्रशिक्षण
45,579 विद्यार्थियों को स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना में शामिल किया गया, 79,900 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों और 49,000 से अधिक विद्यार्थियों की हुई काउंसलिंग
महिला सशक्तिकरण, बच्चों की सुरक्षा, वरिष्ठ नागरिकों एवं विद्यार्थियों की काउंसलिंग तथा यातायात जागरूकता कार्यक्रम के जरिए सुरक्षा सेतु सोसाइटी कर रही है सुरक्षित समाज का निर्माण
गांधीनगर, 13 फरवरी : तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सितंबर-2012 में सुरक्षा सेतु सोसाइटी की स्थापना के बाद से पूरे राज्य में इसका उल्लेखनीय प्रभाव पड़ा है और राज्य सामुदायिक पुलिसिंग में देश में शीर्ष स्थान पर रहा है। सुरक्षा सेतु सोसाइटी पहल के अंतर्गत महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण, बच्चों की सुरक्षा तथा वरिष्ठ नागरिकों एवं विद्यार्थियों की काउंसलिंग जैसी गतिविधियां संचालित की जाती हैं। इससे न केवल पुलिस और समुदाय के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हुआ है, बल्कि राज्य में सार्वजनिक सुरक्षा में वृद्धि भी सुनिश्चित हुई है
सुरक्षा सेतु सोसाइटी के लिए 20 से 30 करोड़ रुपए का वार्षिक बजट आवंटित
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार राज्य के नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने सुरक्षा सेतु सोसाइटी के लिए 20 से 30 करोड़ रुपए का वार्षिक बजट आवंटित किया है। पिछले 12 वर्षों से यह पहल जनता को सशक्त बनाने और सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ाने के मिशन के साथ संचालित की जा रही है।
सुरक्षा सेतु सोसाइटी के इन कार्यों का समाज पर पड़ रहा है सकारात्मक प्रभाव
महिला आत्मरक्षा और सशक्तिकरण : महिलाओं को आत्मरक्षा और सशक्तिकरण के लिए जूडो-कराटे का प्रशिक्षण दिया जाता है। 2024-25 में 98,852 महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया है।
महिला बुटलेगरों का पुनर्वास : शराब के व्यवसाय में लिप्त 478 से अधिक महिलाओं को इस धंधे से दूर कर उनका पुनर्वास किया गया है। सुरक्षा सेतु का यह कार्य अपराध को कम करने और सामाजिक स्थिरता को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होता है।
स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना : इस योजना का उद्देश्य विद्यार्थियों में साहस की भावना विकसित करना और उन्हें विभिन्न विषयों का प्रशिक्षण देना है। स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना का लाभ कक्षा 8वीं और 9वीं के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इस योजना के अंतर्गत 45,579 विद्यार्थियों को शामिल किया गया है।
यातायात जागरूकता कार्यक्रम : इस कार्यक्रम के अंतर्गत पूरे गुजरात में 1,62,000 से अधिक नागरिकों को सड़क सुरक्षा के विषय में शिक्षित किया गया है, जो सुरक्षित ड्राइविंग और दुर्घटना की रोकथाम में योगदान देता है।
वरिष्ठ नागरिकों की काउंसलिंग : इसके अंतर्गत लगभग 79,931 वरिष्ठ नागरिकों की काउंसलिंग कर कानून का कार्यान्वयन सुनिश्चित किया गया है।
विद्यार्थी परामर्श और पुलिस स्टेशन भ्रमण : सुरक्षा सेतु सोसाइटी की ओर से लगभग 49,014 विद्यार्थियों की काउंसलिंग की गई है। साथ ही, 94,800 से अधिक बच्चों ने पुलिस स्टेशन का भ्रमण किया है। इससे पुलिस बल के प्रति उनकी सोच और कानून के प्रति सम्मान को बढ़ावा मिला है।