पीएम कुसुम योजना अंतर्गत राज्य सरकार ने किसानों को सोलर पंप की खरीदारी के लिए 218 करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी दी
गांधीनगर, 27 जनवरी : प्रधानमंत्री कुसुम योजना अंतर्गत किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में इस योजना के व्यापक क्रियान्वयन के लिए सक्रिय रूप से कार्य किया जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में दिसंबर-2024 तक 7700 से अधिक किसानों ने ऑफग्रिड सोलर पंप स्थापित किए हैं। इस योजना अंतर्गत राज्य सरकार ने किसानों को 218 करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी का भुगतान किया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को कुल खर्च की लगभग 70 प्रतिशत राशि की सहायता सब्सिडी के रूप में दी जाती है। किसानों को ऑफग्रिड सोलर पंप की सहायता दिए जाने से बिजली में बचत होने के साथ पर्यावरण को भी लाभ हो रहा है।
खेतों में सिंचाई के लिए पानी व बिजली की नियमित उपलब्धि एवं सौर ऊर्जा का उपयोग सुनिश्चित कराने के लिए वर्ष 2019 में केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (पीएम कुसुम) योजना शुरू की गई थी। इस योजना का लाभ लेकर अनेक किसान कृषि में प्रदूषणमुक्त बिजली का उपयोग कर रहे हैं। केन्द्र सरकार द्वारा मार्च-2026 तक 12382 स्टैंडअलोन ऑफग्रिड सोलर पंप स्थापित करने के लिए गुजरात राज्य को सैंक्शन दिया गया है।
जूनागढ की भेंसाण तहसील के हडमतिया (खाखरा) गाँव में रहने वाली लाभार्थी विजयाबेन वी. आसोदरिया कहती हैं, “यह पंप लगाने के बाद हम दिन में आठ से दस घण्टे तक पंप चला रहे हैं और इसमें किसी भी प्रकार की विद्युत आपूर्ति की जरूरत नहीं रहती है। इस पंप पर पाँच वर्ष तक कोई रखरखाव खर्च नहीं होता है और खेती में उपज एवं आय में वृद्धि होती है। साथ ही; यह पंप सौर ऊर्जा से चलता है, जिससे प्रदूषण भी नहीं होता है।”

सर्वाधिक लाभार्थी नर्मदा जिले में
इस योजना अंतर्गत नर्मदा जिले में सर्वाधिक 5100 से अधिक सोलर पंप स्थापित किए गए हैं। सोलर पंप की संख्या की दृष्टि से टॉप टेन जिलों में नर्मदा के बाद वलसाड में 460 से अधिक, बनासकाँठा में 450 से अधिक, डांग में 320 से अधिक, महिसागर में 260 से अधिक, गीर सोमनाथ में 220 से अधिक, छोटा उदेपुर में 180 से अधिक, तापी में 160 से अधिक, कच्छ में 130 से अधिक तथा नवसारी में 100 से अधिक सोलर पंप शामिल हैं।