महाराष्ट्र। देश में राजनीतिक आग लगाने में नेता सबसे आगे हैं, इसका सबूत अब शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने भी दे दिया है। इन्होंने दिन को रात कर देने जैसा हैरान कर देने वाला दावा किया है कि “पहलगाम में आतंकियों ने लोगों को धर्म पूछकर नहीं मारा, पहलगाम के आतंकी हमले में धर्म का एंगल देकर भाजपा ने अपना नैरेटिव सेट किया।”
इस बेतुके बयान का भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री ने कड़ा विरोध व्यक्त किया है और लोग हँस रहे हैं। समझ नहीं आता कि संजय राउत ने बिना सबूत के ऐसे सबको हैरान कर देने वाला दावा कैसे कर डाला। इनका यह कहना कि पहलगाम में आतंकियों ने लोगों को धर्म पूछकर नहीं मारा था, सबको झूठा साबित करता है, जिसमें तमाम सुरक्षा एजेंसी भी शामिल है।
◾भूलना मुश्किल है 22 अप्रैल-
इसी साल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था। पाक समर्थित आतंकवादियों ने यहाँ पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर उन निर्दोषों की हत्या कर दी थी। इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी और अन्य लोग घायल हुए थे। इसके बाद भी पाकिस्तान ने मुँहजोरी करते हुए इस घटना में अपना हाथ नहीं माना था, लेकिन भारत ने सबूत जुटाकर और आपरेशन ‘सिंदूर’ से इसका प्रतिकार लेकर फिर से यह साबित कर दिया कि आतंक का मतलब पाकिस्तान ही है।
◾गोधरा काण्ड से जोड़कर जहर फैलाया-
भाजपा के घोर विरोधी सांसद संजय राउत ने सांसद कपिल सिब्बल के पॉडकास्ट में तृणमूल सांसद सागरिका घोष और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के साथ इस आतंकी हमले को लेकर कहा कि “पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म पूछकर लोगों को नहीं मारा था। पहलगाम के आतंकी हमले में धर्म का एंगल देकर भाजपा ने अपना नैरेटिव (झूठ) सेट किया। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भाजपा प्रोपेगैंडा फैला रही थी। वह देश में एक और गोधरा कांड की साजिश रच रही थी।” बता दें, कि गुजरात के गोधरा में ट्रेन जलाने के इस बड़े मामले को लेकर कांग्रेस और अन्य दल बरसों तक भाजपा और तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी को कोसते और दोषी ठहराते रहे हैं, लेकिन कोर्ट में आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। इसके बाद भी संजय राउत का पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर बे-सिर पैर का दावा और यह कहना कि “ये ऑन रिकॉर्ड भी है। जो सैनिक मारा गया उनकी पत्नी ने भी ऐसा कहा। और हमने भी बहुत से लोगों से बात की। ये भाजपा का प्रोपगैंडा रहा कि पहलगाम हमले के बाद वो देश में गोधरा करना चाहते थे लेकिन पीड़ितों के परिजनों ने ऐसा होने से रोक लिया।” वाकई गजब की राजनीति है।
◾पहले भी उल्टा बोले थे-
संजय राउत का विवादित बयान देने का यह पहला किस्सा नहीं है। इन्होंने अप्रैल में हमले के बाद यह कहा था कि “पहलगाम के 6 आतंकी एक दिन बीजेपी ज्वाइन कर लेंगे, इसीलिए नहीं पकड़े जा रहे।” सच में शर्म आती है ऐसे नेताओं के बयान और सोच पर, जो राष्ट्रीय मामलों में भी राष्ट्रहित नजरअंदाज कर देते हैं, क्योंकि इनको तो बस ‘राज’ की ‘नीति’ करनी है, भले ही फिर देश में सौहार्द बिगड़े।