Thursday, July 31, 2025
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कामचटका में धरती फटी, समंदर उफना: रूस में सबसे बड़ा भूकंप, जापान भी अलर्ट पर

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30 जुलाई 2025 | अंतरराष्ट्रीय समाचार | रूस के पूर्वी तट पर स्थित कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार सुबह रिक्टर स्केल पर 8.7 तीव्रता का भयंकर भूकंप आया, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। यह भूकंप इतना शक्तिशाली था कि धरती बार-बार कांपी, और लोगों को पलभर में अपना सब कुछ छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा।

भूकंप की मुख्य जानकारी:

  • भूकंप का केंद्र: कामचटका प्रायद्वीप, रूस के पूर्वी तट के पास
  • समय: स्थानीय समय अनुसार सुबह 7:28 बजे
  • गहराई: समुद्र तल से लगभग 29 किलोमीटर नीचे
  • तीव्रता: रिक्टर स्केल पर 8.8

अवश झटके (Aftershocks): 30 से अधिक बार धरती हिली, जिनमें कई झटकों की तीव्रता 6.0 से ऊपर थी

भूकंप की प्रकृति: प्लेट टेक्टॉनिक मूवमेंट – विशेष रूप से पैसिफिक और ओखोत्स्क प्लेटों के बीच की टकराहट

कामचटका प्रायद्वीप: खतरनाक भूकंपीय क्षेत्र

कामचटका प्रायद्वीप दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से एक है, जो Pacific Ring of Fire का हिस्सा है। यह इलाका पहले भी कई बार विनाशकारी भूकंपों और ज्वालामुखीय विस्फोटों का गवाह बन चुका है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस भूकंप की प्रकृति प्लेटों के आपसी टकराव से जुड़ी है।

30 से ज्यादा झटकों से हिली धरती

रूसी भूगर्भीय एजेंसियों के अनुसार, मुख्य भूकंप के बाद क्षेत्र में 30 से अधिक बार झटके महसूस किए गए, जिनमें से कई की तीव्रता 6.0 से ऊपर थी। ये झटके पूरे कामचटका क्षेत्र और आसपास के द्वीपों में महसूस किए गए। कई जगहों पर इमारतों में दरारें आईं और सड़कों पर कंपन महसूस किया गया।

सुनामी ने कुरील द्वीप और जापान के होक्काइडो को प्रभावित किया

भूकंप के बाद प्रशांत महासागर में बड़ी हलचल देखी गई और कुछ ही समय में रूस के कुरील द्वीप समूह और जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइडो के तटीय क्षेत्रों में 4 मीटर तक ऊंची सुनामी लहरें देखी गईं। इससे इन इलाकों में अफरातफरी मच गई और प्रशासन ने लोगों को तटीय इलाकों से हटाकर ऊंचे और सुरक्षित क्षेत्रों में भेजना शुरू कर दिया।

जापान और रूस दोनों देशों ने समुद्र से सटे तमाम इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया है। साथ ही, प्रशांत महासागर से लगे अन्य देशों जैसे गुआम, हवाई, चिली और फ्रेंच पोलिनेशिया में भी सतर्कता बरती जा रही है।

अमेरिका और अलास्का भी अलर्ट पर

अमेरिका की भूगर्भीय एजेंसी (USGS) ने पुष्टि की है कि इस भूकंप के चलते समुद्र में बड़ी लहरें उठी हैं। अमेरिका के अलास्का क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। वहां की तटीय एजेंसियों ने लोगों को तात्कालिक सतर्कता बरतने और समुद्र से दूर रहने की सलाह दी है।

सरकारी प्रतिक्रिया और बचाव कार्य

  • रूसी आपातकालीन मंत्रालय ने सभी प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू टीम भेजी है।
  • जापान सरकार ने हाई अलर्ट जारी करते हुए सभी ट्रेन सेवाएं रोकीं और बिजली संयंत्रों को अस्थायी रूप से बंद किया।
  • अमेरिकी Tsunami Warning Center लगातार लहरों की दिशा और ऊंचाई पर नजर रख रहा है।
  • प्रशांत महासागर के लगभग 15 देशों ने समुद्र किनारे के इलाकों को खाली करने की तैयारी शुरू कर दी है।

क्या कह रहे हैं वैज्ञानिक?

भूगर्भ वैज्ञानिकों का मानना है कि यह भूकंप पैसिफिक प्लेट और यूरेशियन प्लेट के टकराव का परिणाम है। यह क्षेत्र “Pacific Ring of Fire” का हिस्सा है, जहां दुनिया के 90% भूकंप आते हैं। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि आने वाले 24 घंटों में और झटके आ सकते हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

रूस के कामचटका में आए इस 8.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने न सिर्फ रूस, बल्कि पूरे प्रशांत क्षेत्र को सतर्क कर दिया है। सुनामी की आशंका और झटकों की पुनरावृत्ति के कारण लाखों लोग प्रभावित हैं। हालांकि राहत कार्य शुरू हो चुके हैं, लेकिन हालात अभी पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं।

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